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बिहार खलिहान निर्माण योजना 2025: किसानों को ₹50,000 की सहायता से बनाएं अपना खलिहान

बिहार खलिहान निर्माण योजना 2025: सभी किसानों को ₹50,000 की आर्थिक सहायता – संपूर्ण जानकारी

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बिहार खलिहान निर्माण योजना 2025, जिसे पक्का थ्रेशिंग फ्लोर निर्माण योजना के नाम से भी जाना जाता है, बिहार सरकार के कृषि विभाग द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना का उद्देश्य बिहार के किसानों को उनकी फसलों को सुखाने और मड़ाई करने के लिए एक स्वच्छ, मजबूत, और टिकाऊ पक्का थ्रेशिंग फ्लोर प्रदान करना है। यह योजना विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों के लिए डिज़ाइन की गई है, जो बारिश, कीचड़, और जानवरों के कारण होने वाले फसल नुकसान से परेशान हैं। इस योजना के तहत, पात्र किसानों को ₹50,000 तक का अनुदान प्रदान किया जाता है, जो थ्रेशिंग फ्लोर के निर्माण लागत का 50% तक कवर करता है। यह राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खाते में जमा की जाती है।

2025 में, बिहार सरकार ने इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है, और इसके लिए आधिकारिक अधिसूचना भी जारी की गई है। यह आर्टिकल बिहार खलिहान निर्माण योजना 2025 के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करता है, जिसमें योजना का उद्देश्य, लाभ, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज, और अन्य महत्वपूर्ण पहलू शामिल हैं। यह लेख सरल भाषा में लिखा गया है ताकि सभी किसान और संबंधित व्यक्ति इसे आसानी से समझ सकें।

बिहार खलिहान निर्माण योजना 2025 क्या है?

बिहार खलिहान निर्माण योजना 2025 बिहार सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसे कृषि विभाग द्वारा संचालित किया जा रहा है। इस योजना का मुख्य लक्ष्य किसानों को एक स्थायी और टिकाऊ पक्का थ्रेशिंग फ्लोर प्रदान करना है, जो फसलों (जैसे गेहूं, चावल, मक्का) को सुखाने और मड़ाई करने के लिए उपयुक्त हो। यह थ्रेशिंग फ्लोर बारिश, नमी, कीचड़, और जानवरों से फसलों को बचाता है, जिससे फसल की गुणवत्ता बनी रहती है और उत्पादन के बाद होने वाले नुकसान (पोस्ट-हार्वेस्ट लॉस) को कम किया जा सकता है।

इस योजना के तहत, सरकार थ्रेशिंग फ्लोर के निर्माण लागत का 50% तक अनुदान (अधिकतम ₹50,000) प्रदान करती है। यह अनुदान छोटे और सीमांत किसानों को उनकी फसलों की गुणवत्ता बनाए रखने और बाजार में बेहतर कीमत प्राप्त करने में मदद करता है। योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा, और चयन लॉटरी आधारित प्रणाली के माध्यम से किया जाता है। यह योजना बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि की उत्पादकता और गुणवत्ता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

योजना के प्रमुख उद्देश्य

  • फसल नुकसान में कमी: बारिश, नमी, और कीचड़ के कारण होने वाले फसल नुकसान को कम करना।
  • गुणवत्ता में सुधार: पक्का थ्रेशिंग फ्लोर के उपयोग से फसलों की गुणवत्ता बनाए रखना और बाजार में बेहतर कीमत सुनिश्चित करना।
  • किसानों का सशक्तिकरण: छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करके उनकी आय बढ़ाना।
  • ग्रामीण बुनियादी ढांचे का विकास: पक्का थ्रेशिंग फ्लोर जैसे स्थायी ढांचों के निर्माण से ग्रामीण कृषि बुनियादी ढांचे को मजबूत करना।
  • पारदर्शी प्रणाली: डीबीटी और लॉटरी आधारित चयन के माध्यम से निष्पक्ष और पारदर्शी लाभ वितरण।

बिहार खलिहान निर्माण योजना 2025 के लाभ

इस योजना के तहत बिहार के किसानों को कई लाभ प्रदान किए जाते हैं, जो उनकी कृषि गतिविधियों को सुगम और लाभकारी बनाते हैं। नीचे प्रमुख लाभ दिए गए हैं:

  1. आर्थिक सहायता:
    • पक्का थ्रेशिंग फ्लोर के निर्माण लागत का 50% अनुदान, अधिकतम ₹50,000 तक।
    • अनुदान राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से सीधे किसान के आधार-लिंक बैंक खाते में जमा की जाती है।
  2. फसल नुकसान में कमी:
    • पक्का थ्रेशिंग फ्लोर बारिश, नमी, और जानवरों से फसलों को बचाता है, जिससे पोस्ट-हार्वेस्ट लॉस में 20-30% तक की कमी आती है।
    • फसलों की गुणवत्ता बनी रहती है, जिससे बाजार में बेहतर कीमत मिलती है।
  3. छोटे और सीमांत किसानों पर ध्यान:
    • यह योजना विशेष रूप से उन किसानों के लिए है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और अपने दम पर पक्का थ्रेशिंग फ्लोर नहीं बना सकते।
    • बिहार में 70% से अधिक किसान छोटे और सीमांत श्रेणी के हैं, जो इस योजना से लाभान्वित होंगे।
  4. स्थायी ढांचा:
    • पक्का थ्रेशिंग फ्लोर एक दीर्घकालिक निवेश है, जो कई वर्षों तक किसानों के लिए उपयोगी रहेगा।
    • यह ढांचा न केवल फसलों को सुखाने के लिए, बल्कि सामुदायिक उपयोग (जैसे गोदाम या सामुदायिक सभा) के लिए भी उपयोगी हो सकता है।
  5. पारदर्शी और निष्पक्ष प्रक्रिया:
    • लॉटरी आधारित चयन प्रणाली के माध्यम से निष्पक्ष लाभ वितरण।
    • SMS अपडेट्स के माध्यम से आवेदन की स्थिति और चयन की जानकारी।
    • ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन और स्थिति की जांच की सुविधा।
  6. पर्यावरणीय लाभ:
    • पक्का थ्रेशिंग फ्लोर फसलों को खुले में सुखाने की आवश्यकता को कम करता है, जिससे मिट्टी और जल प्रदूषण में कमी आती है।همانا
    • स्थायी ढांचे जल संरक्षण और मृदा संरक्षण में भी योगदान देते हैं।

पात्रता मानदंड

बिहार खलिहान निर्माण योजना 2025 का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित पात्रता शर्तें पूरी करनी होंगी:

  1. निवास:
    • आवेदक बिहार का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  2. किसान पंजीकरण:
    • आवेदक का बिहार कृषि पोर्टल (dbtagriculture.bihar.gov.in) पर पंजीकरण होना चाहिए।
    • पंजीकरण के लिए आधार कार्ड और अन्य पहचान पत्र आवश्यक हैं।
  3. भूमि स्वामित्व:
    • आवेदक के पास थ्रेशिंग फ्लोर निर्माण के लिए स्वयं की जमीन होनी चाहिए।
    • भूमि स्वामित्व का प्रमाण (जैसे LPC, जमाबंदी, या लगान रसीद) अनिवार्य है।
  4. कृषक श्रेणी:
    • छोटे और सीमांत किसान (2 हेक्टेयर से कम भूमि वाले) प्राथमिकता प्राप्त करेंगे।
    • सभी श्रेणियों (SC/ST/OBC/सामान्य) के किसान आवेदन कर सकते हैं।
  5. पहले लाभ न लिया हो:
    • आवेदक ने इस योजना या समान अन्य योजना का लाभ पहले नहीं लिया होना चाहिए।

आवश्यक दस्तावेज

योजना के लिए आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:

  1. आधार कार्ड: आवेदक का आधार कार्ड (DBT-सक्षम बैंक खाते के लिए)।
  2. बैंक पासबुक: आधार-लिंक और NPCI से जुड़ा बैंक खाता विवरण।
  3. भूमि स्वामित्व प्रमाण: LPC, जमाबंदी, या लगान रसीद।
  4. पहचान पत्र: राशन कार्ड, वोटर आईडी, या अन्य मान्य पहचान पत्र।
  5. पासपोर्ट साइज फोटो: हाल की तस्वीर।
  6. बिहार कृषि पोर्टल पंजीकरण नंबर: DBT पोर्टल पर पंजीकरण का प्रमाण।
  7. मोबाइल नंबर: OTP सत्यापन और SMS अपडेट्स के लिए।

आवेदन प्रक्रिया

बिहार खलिहान निर्माण योजना 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है। नीचे आवेदन के चरण विस्तार से दिए गए हैं:

  1. बिहार कृषि पोर्टल पर पंजीकरण:
    • बिहार सरकार के आधिकारिक कृषि पोर्टल dbtagriculture.bihar.gov.in पर जाएं।
    • यदि आप पहले से पंजीकृत नहीं हैं, तो “Farmer Registration” विकल्प पर क्लिक करें और अपनी जानकारी (नाम, आधार नंबर, मोबाइल नंबर, बैंक खाता) दर्ज करें।
    • पंजीकरण के बाद, आपको एक यूनिक किसान आईडी प्राप्त होगी।
  2. आवेदन पत्र भरें:
    • पोर्टल पर लॉगिन करें और “Apply for Pakka Threshing Floor Nirman Yojana” विकल्प चुनें।
    • आवेदन पत्र में व्यक्तिगत विवरण (नाम, पता, मोबाइल नंबर), भूमि विवरण, और बैंक खाता जानकारी सटीक रूप से भरें।
    • थ्रेशिंग फ्लोर के लिए प्रस्तावित भूमि का विवरण (जैसे खाता नंबर, खेसरा नंबर) दर्ज करें।
  3. दस्तावेज अपलोड करें:
    • आधार कार्ड, बैंक पासबुक, भूमि स्वामित्व प्रमाण, और पासपोर्ट साइज फोटो की स्कैन कॉपी अपलोड करें।
    • दस्तावेज PDF या JPEG प्रारूप में और निर्धारित साइज (आमतौर पर 100-200 KB) में होने चाहिए।
  4. आवेदन जमा करें:
    • सभी जानकारी सत्यापित करने के बाद “Submit” बटन पर क्लिक करें।
    • आवेदन जमा होने के बाद, एक पावती नंबर (Application ID) प्राप्त होगा, जिसे सुरक्षित रखें।
    • आवेदन की स्थिति SMS और पोर्टल पर अपडेट की जाएगी।
  5. लॉटरी आधारित चयन:
    • आवेदनों की संख्या अधिक होने पर, लाभार्थियों का चयन लॉटरी प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा।
    • चयनित किसानों को SMS के माध्यम से सूचित किया जाएगा।
  6. सहायता के लिए संपर्क:
    • यदि आवेदन में कोई कठिनाई हो, तो अपने नजदीकी प्रखंड कृषि पदाधिकारी (BAO) या जिला कृषि पदाधिकारी (DAO) से संपर्क करें।

महत्वपूर्ण तिथियां

2025 के लिए बिहार खलिहान निर्माण योजना की तारीखें निम्नलिखित हो सकती हैं (सटीक तारीखों के लिए आधिकारिक पोर्टल चेक करें):

  • आवेदन शुरू होने की तारीख: जुलाई 2025
  • आवेदन की अंतिम तारीख: अगस्त 2025
  • लॉटरी चयन तारीख: सितंबर 2025
  • अनुदान वितरण: अक्टूबर-नवंबर 2025

नवीनतम अपडेट्स के लिए dbtagriculture.bihar.gov.in पर नियमित रूप से जांच करें।

योजना की विशेषताएं

  1. 50% अनुदान:
    • थ्रेशिंग फ्लोर निर्माण लागत का 50% तक अनुदान, अधिकतम ₹50,000।
  2. पारदर्शी प्रक्रिया:
    • डीबीटी के माध्यम से सीधे बैंक खाते में भुगतान।
    • लॉटरी आधारित निष्पक्ष चयन प्रणाली।
  3. SMS अपडेट्स:
    • आवेदन की स्थिति, चयन, और भुगतान की जानकारी SMS के माध्यम से।
  4. छोटे और सीमांत किसानों पर ध्यान:
    • योजना विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों के लिए डिज़ाइन की गई है।
  5. पर्यावरण और गुणवत्ता लाभ:
    • फसल की गुणवत्ता में सुधार और पोस्ट-हार्वेस्ट लॉस में कमी।
    • मृदा और जल प्रदूषण को कम करने में योगदान।

इस योजना का महत्व

बिहार खलिहान निर्माण योजना 2025 बिहार के किसानों के लिए एक क्रांतिकारी कदम है, जो निम्नलिखित कारणों से महत्वपूर्ण है:

  • फसल नुकसान में कमी: बारिश और बाढ़ के दौरान फसलों को सुखाने में होने वाली समस्याओं को हल करना।
  • आय में वृद्धि: बेहतर गुणवत्ता वाली फसलों से किसानों को बाजार में उचित मूल्य मिलता है।
  • आर्थिक सशक्तिकरण: छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करके उनकी आजीविका में सुधार।
  • ग्रामीण बुनियादी ढांचा: पक्का थ्रेशिंग फ्लोर ग्रामीण क्षेत्रों में स्थायी ढांचे के रूप में कार्य करता है।
  • पारदर्शिता: डीबीटी और लॉटरी प्रणाली के माध्यम से निष्पक्ष और पारदर्शी लाभ वितरण।

आवेदन के लिए सुझाव

  1. समय पर आवेदन:
    • आवेदन की अंतिम तारीख से पहले सभी दस्तावेज तैयार रखें और जमा करें।
    • पंजीकरण और आवेदन प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करें।
  2. सही दस्तावेज:
    • सुनिश्चित करें कि आधार, बैंक खाता, और भूमि स्वामित्व के दस्तावेज सटीक और अद्यतन हों।
    • दस्तावेजों की स्कैन कॉपी स्पष्ट और निर्धारित प्रारूप में हो।
  3. पोर्टल की जांच:
    • नियमित रूप से dbtagriculture.bihar.gov.in पर आवेदन की स्थिति और अपडेट्स चेक करें।
    • SMS अपडेट्स के लिए मोबाइल नंबर सक्रिय रखें।
  4. सहायता लें:
    • यदि कोई तकनीकी समस्या हो, तो प्रखंड या जिला कृषि कार्यालय से संपर्क करें।
    • फर्जी वेबसाइट्स या एजेंट्स से सावधान रहें।

महत्वपूर्ण लिंक्स और संपर्क जानकारी

  • आधिकारिक वेबसाइट: dbtagriculture.bihar.gov.in
  • हेल्पलाइन नंबर: अपने नजदीकी प्रखंड या जिला कृषि कार्यालय से संपर्क करें।
  • सोशल मीडिया: बिहार कृषि विभाग के आधिकारिक हैंडल्स (@Bihar_Agriculture) पर अपडेट्स के लिए फॉलो करें।

निष्कर्ष

बिहार खलिहान निर्माण योजना 2025 छोटे और सीमांत किसानों के लिए एक वरदान है, जो उनकी फसलों को सुखाने और मड़ाई करने के लिए एक मजबूत और टिकाऊ थ्रेशिंग फ्लोर प्रदान करती है। ₹50,000 तक की आर्थिक सहायता, डीबीटी के माध्यम से पारदर्शी भुगतान, और लॉटरी आधारित निष्पक्ष चयन इस योजना को और भी प्रभावी बनाते हैं। यह योजना न केवल फसल नुकसान को कम करती है, बल्कि किसानों की आय बढ़ाने और ग्रामीण बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में भी योगदान देती है।

यदि आप बिहार के पंजीकृत किसान हैं और स्वयं की जमीन रखते हैं, तो तुरंत dbtagriculture.bihar.gov.in पर जाकर आवेदन करें। समय पर आवेदन करें और इस अवसर का लाभ उठाकर अपनी फसलों को सुरक्षित करें और अपनी आय बढ़ाएं। इस जानकारी को अन्य किसानों के साथ साझा करें ताकि अधिक से अधिक लोग इस योजना का लाभ ले सकें।

KRISHNA YADAV मैं "देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के जन्म भूमि " SIWAN का रहने वाला हूँ और मेरी पहचान एक डिजिटल क्रिएटर, ब्लॉगर, और यूट्यूबर के रूप में है। मैं पिछले 4 वर्षों से लगातार Education से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी उपलब्ध कराते आ रहा हूँ। मेरा मकसद है कि हर व्यक्ति को डिजिटल जानकारी और संसाधनों का लाभ मिल सकें, चाहे वह किसी भी क्षेत्र में हो। मैंने इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से सरकारी योजनाओं, शिक्षा, नौकरियों, और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर सही और सटीक जानकारी प्रदान करने का लक्ष्य रखा है। मुझे इस बात की खुशी है कि मैं अपने राज्य और देश के विकास में इस छोटे से योगदान के माध्यम से मदद कर पा रहा हूँ।

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